दबाव के बीच हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने अमेरिकी सरकार से मिलने वाली मदद लौटाने की घोषणा की
कैम्ब्रिज. हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने बुधवार को घोषणा की कि वह कोरोना वायरस संघीय राहत कोष में 87 लाख डॉलर की धनराशि वापस करेगा. उसने यह कदम तब उठाया है जब एक दिन पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के सबसे धनी विश्वविद्यालय से करदाताओं से उसे मिलने वाली धनराशि वापस करने को कहा था, ताकि देश की अर्थव्यवस्था सुचारू रूप से चल सके. स्टैनफोर्ड, प्रिंसटन, और येल विश्वविद्यालयों ने भी ऐसा ही कदम उठाया है. अमीर कॉलेजों की बढ़ती जांच के बीच उन्होंने कहा है कि वे लाखों डॉलर का संघीय वित्त पोषण लौटा देंगे.
हार्वर्ड में अधिकारियों ने बताया कि वैश्विक महामारी के कारण स्कूल के सामने अब भी बड़ी आर्थिक चुनौतियां हैं, लेकिन वे धनराशि लौटाएंगे. हार्वर्ड ने एक बयान में कहा कि हालांकि हम समझते हैं कि इन संसाधनों का पुन: आवंटन शिक्षा विभाग के लिए विचार का विषय है. फिर भी, हम उम्मीद करते हैं कि मैसाच्युसेट्स के संस्थानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जो इस मुश्किल वक्त और चुनौतीपूर्ण दौर में अपने समुदायों की सेवा करने तथा अपने छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ट्रम्प ने बाद में व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलन में हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड का आभार जताते हुए कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि विश्वविद्यालयों ने आर्थिक मदद वापस कर दी.