इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में खत्म होगी न्यूनतम कटऑफ की बाधा, छात्रों के लिए अच्छी खबर
प्रयागराज. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2020-21 में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्नातक, परास्नातक, प्रोफेशनल कोर्स, विधि पाठ्यक्रम आदि में इस सत्र से दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में न्यूनतम अंक पाने की बाध्यता खत्म कर दी गई है. बीते गुरुवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है.
बता दें कि पूर्व कुलपति प्रो. आरएल हांगलू की अध्यक्षता में 11 अप्रैल 2017 को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए निर्णय लिया गया था कि स्नातक, परास्नातक, विधि सहित सभी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा में सामान्य परीक्षार्थियों के लिए 30 और ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा. इससे कम अंक पाने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. एससी-एसटी श्रेणी के अभ्यर्थियों को इस अनिवार्यता से मुक्त रखा गया था.
प्रवेश में न्यूनतम अंक प्राप्त करने की बाध्यता से इविवि के स्नातक और प्रोफेशनल कोर्सों की अधिकांश सीटें खाली रह जाती थीं. इसलिए सीटें भरने के लिए यह निर्णय लिया गया है.
इविवि से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश के लिए न्यूनतम अंक की बाध्यता पहले ही खत्म कर दी गई थी, क्योंकि न्यूनतम अंक की बाध्यता से कॉलेजों में स्नातक की सीटें नहीं भर रही थीं. मजबूरन न्यूनतम अंक की अनिवार्यता खत्म करनी पड़ी थी.
साभार- दैनिक हिंदुस्तान